मंगलवार, 28 सितंबर 2010

कबीर के श्लोक -३९

कबीर पारस चंदनै, तिन्ह है एक सुगंध॥
तिह मिलि तेऊ ऊतम भए, लोह काठ निरगंध॥७७॥

कबीर जी कहते हैं कि पारस और चंदन इन दोनों मे एक एक गुण होता है। इस लिए इनके संपर्क मे आने वाले लोहे और लकड़ी इन के इन गुण को