सोमवार, 8 मार्च 2010

कबीर के श्लोक - १२


राम पदारथु पाइ कै, कबीरा गांठि न खोल॥
नही पटणु नही पारखू , नही गाहकु नही मोलु॥२३॥


कबीर जी कहते है कि जिसने उस परमात्मा को पा लिया है, उस परमात्मा की कृपा पा ली है। उसे इस बारे मे दुसरो से नही कहना चाहिए।क्योकि ऐसा कोई बाजार नही है जहाँ कोई इस राम पदार्थ को परख सके और ना ही ऐसा कोई खरीदार है जो इस का सही मोल आंक सके।

इस श्लोक मे कबीर जी कहना चाहते हैं कि जिसे उस परमात्मा की कृपा प्राप्त हो जाती है उसे इस की चर्चा दुसरो के सामने नही करनी चाहिए। क्योकि ऐसे मे वही तुम्हारी बात को समझ सकता है जिसने तुम्हारी तरह उस प्रभु की कृपा पाई हो।यदि तुम किसी ऐसे व्यक्ति के सामने इस की चर्चा करते हो ,जिस को उस प्रभु की कभी झलक तक ना मिली हो। तो ऐसा व्यक्ति तुम्हारी बात समझ ही नही पाएगा। अर्थात कबीर जी कहना चाहते है कि सुपात्र के सामने ही चर्चा करनी चाहिए। कुपात्र के सामने की गई चर्चा व्यर्थ ही जाती है।वास्तव में प्रभु की कृपा भीतर के आनंद और अनुभव की बात है। जिसे कहीं भी प्रमाणित नही किया जा सकता।इसे वही समझ सकता है जिसने तुम्हारी तरह उस प्रभु कृपा को पा लिया हो।

कबीर ता सिउ प्रीति करि, जा के ठाकुरु रामु॥
पंडित राजे भूपती, आवहि कउनै काम॥२४॥


कबीर जी कह रहे है कि हमे ऐसे लोगो के साथ ही प्रीती बढ़ानी चाहिए जो परमात्मा को ही अपना सब कुछ मानते हैं। पंडितो से या बड़े बड़े पदाधिकारीयों से या भुमि के स्वामीयों अर्थात धनी लोगो से संबध बनाने का कोई लाभ नही है। यह किसी  प्रकार से तुम्हारे काम आने वाले नही है।

कबीर जी कहना चाहते है कि जिन्होनें उस परमात्मा को अपना सब कुछ मान लिया है,उन्हे फिर किसी की क्या जरूरत ?पंडित लोगो के पास शब्द अर्थात शाब्दिक ज्ञान तो हैं लेकिन उस परमात्मा का कोई अनुभव नही है। राजे लोगों के पास पद तो हैं, लेकिन ये पद भी दुनियावी हैं और धनी लोगों के पास धन तो है,लेकिन उस धन से प्रभु कृपा को नही पाया जा सकता। अर्थात कबीर जी कहना चाहते है कि दुनिया के सभी कार-विहार सुख पाने के लिए आनंद पाने के लिए ही किए जाते है। यदि कोई उस परमानंद को ही अपना स्वामी बना ले,जो सभी को सुख और आनंद को देने वाला है तो फिर ये पंडित,राजे और भूपति हमारे कि्सी  काम नही आ सकते हैं। इस लिए हमे उसी परमात्मा से प्रीत करनी चाहिए।

2 टिप्पणियाँ:

Udan Tashtari ने कहा…

बहुत बढ़िया...आभार.

निर्मला कपिला ने कहा…

bahut baDiyaa dhanyavaad

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